कहकर मुझे आमीन, आराम दीजियेगा। कहकर मुझे आमीन, आराम दीजियेगा।
गिरे शोख़ शाखों से पत्ते जहाँ पर, कोई पैर उनपे जमाता ना हो, ना आँखें ही नम हों ना कोई कमी हो, कोई भी ... गिरे शोख़ शाखों से पत्ते जहाँ पर, कोई पैर उनपे जमाता ना हो, ना आँखें ही नम हों ना...
तुम्हारे ही रहम से इस जहाँ में, ज़िंदा, मोहब्बत का ख़ुदा है तुम्हारे ही रहम से इस जहाँ में, ज़िंदा, मोहब्बत का ख़ुदा है
दिल की बात दिल की बात
आँखें मीचे अंधियारों के घुटन में, चीख़ चीख़ के रोती जा रही हूँ। आँखें मीचे अंधियारों के घुटन में, चीख़ चीख़ के रोती जा रही हूँ।
ऐसे जहाँ को राही बात सुनाने से क्या फायदा। ऐसे जहाँ को राही बात सुनाने से क्या फायदा।